काचनावा ,डीह -रायबरेली |
देश के किसानो की के प्रेरणस्रोत
रायबरेली के नाम से प्रसिद्ध है ,जो जल संरक्षण ,मृदासंरक्षण और पर्यावरण संरक्षण पर काम करते है किसानो को ट्रेनिंग देते है । किसानो की आमदनी कैसे बढ़े ,किन तरीकों से बढ़े यह हमारे देश और समाज का महत्व पूर्ण मुद्दा रहता है। किसान आय बढ़ाने के लिए खेती के लिए विभिन्न तरीकों और साधनों से खेती करने की कोशिश करते रहते हैं।
(फोटो - आनन्द मिश्रा जी 'लेमन मैन')
आज नींबू का रकबा उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में बढ़ने वाला है। लोगो का रूझान नींबू की बागवानी की तरफ बढ़ रहा है।
प्रदेश और देश के किसान आनन्द मिश्रा से बागवानी लगाने के लिए संपर्क कर रहे हैं । किसानो के दल प्रतिदिन लेमन मैन रायबरेली के बाग का भ्रमण कर रहे है।
आनन्द मिश्रा जो किसान है और दो एकड़ से अधिक में 900 पेड़ो की नींबू की बागवानी कर रहे ।आनंद मिश्रा ने किसानो को सलाह दिया है ,कि किसान परम्परागत खेती के साथ साथ बागवानी भी करे ।
(फोटो - नींबू की बागवानी)
जिससे उन्हें लगातार ३० से ३५ सालो तक लगातार आमदनी होती रहे। रासानिक उर्वरक का कम से कम प्रयोग करें, कम्पोस्ट खाद और ढैचा की हरी खाद का प्रयोग करें। बाग में पहली बार लागत ज्यादा आती हैं और बाद के सालो में लागत काम होती जाती है और मुनाफा ज्यादा होता जाता है । परम्परागत खेती में साल दर साल मुनाफा काम और लागत ज्यादा होती जाती है
इस महत्वपूर्ण विषय पर नींबू की बागवानी के बारे में श्री मिश्रा के अनुसार,किसान अपनी आय को दो गुना तक बढ़ा सकते हैं बस जागरूकता की जरूरत है। किसान बहुत ही कम समय में, कुछ वर्षों में, वे प्रति एकड़ 5 लाख रुपये कमा सकते हैं।
किसानों को नींबू की बागवानी के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
भारतीय बाजार में मुख्य रूप से कागजी नींबू की बादशाहत कायम है, जिसकी हर समय मांग बनी रहती है। थाई प्रजाति के पेड़ पर 12 महीने फल लगता है, फल बहुत रसेदार होता है। जिससे प्रति वर्ष 30 से 50 किलो फल ले सकते हैं। पौधे की आयु बढ़ने के साथ ये पौधे 100 से 150 किलो तक फसल देते हैं। दस साल के बाद एक पौधा 100-300 किलो तक नींबू देता है।
नींबू वर्गीय फसलों के उत्पादन में भारत विश्व में छठे स्थान पर है। नींबू के उत्पादन में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व पंजाब उत्तर प्रदेश से काफी आगे हैं।
प्रदेश के बहुत सारे किसान सम्पर्क में है और नींबू की बागवानी की तैयारी कर रहे हैं। अच्छे ढंग से ट्रेंड किसान अपने जीवन स्तर में बागवानी के माध्यम से सुधार कर सकता है, जरूरत है केवल सही निर्णय और सूझबूझ की।एक सही निर्णय किसानो की माली हालत बदल देगा। आनंद मिश्रा 'लेमन मैन' रायबरेली भारत सरकार की 2022 तक किसानो की आमदनी दोगुनी करने के प्रबल समर्थक हैं।