कोरोना वायरस का जिक्र आजकल हर किसी की जुबान पर है। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए इस वायरस ने पूरी दुनिया में आतंक मचा रखा है। इस बीमारी की भयावहता आप इस बात से भी समझ सकते हैं कि अब तक दुनियाभर में इस वायरस के कारण करीब 200 लोगों की मौत हो चुकी है। हमारे देश के केरल राज्य में भी इस वायरस से पीड़ित मरीज का केस सामने आया है। हालांकि किसी भी तरह की बीमारी से डरना उसका समाधान नहीं है।
कोरोना वायरस का ऑरिजिन
सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिर यह खतरनाक वायरस कहां से और क्यों शुरू हुआ। तो आपको बता दें कि कोरोना वायरस कुछ खास प्रजातियों के जानवरों में पाया जानेवाला वायरस है। इनमें सांप और चमगादड़ जैसे जीव शामिल हैं। जब यह वायरस इंसानों में पहुंचा तो इसने अपने आप को इस तरह विकसित कर लिया कि यह इंसानों में भी सर्वाइव कर पाए। यानी इंसानी शरीर में भी ठीक तरीके से पनप सके। इसका यही बदला हुआ स्वरूप मेडिकल एक्सपर्ट्स के सामने चैलेंज बना हुआ है।
कैसे पहुंचा इंसानों में?
हमारे दिमाग में यह सवाल उठना बेहद लाजिमी है कि आखिर जानवरों का यह वायरस इंसानों में कैसे पहुंच गया? तो आपको बता दें कि चीन में सांप और चमगादड़ जैसे उन जीवों को बहुत ही चाव के साथ खाया जाता है, जिन्हें अन्य देशों के लोग खाना या उनका सूप पीना कम ही पसंद करते हैं। करॉना वायरस की शुरुआत चीन में होने और तेजी से वहां के कई शहरों में फैलने की यही खास वजह बताई जा रही है।
क्यों फैल रहा है तेजी से?
मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना वायरस के इतनी तेजी से फैलनी की वजह इसका संक्रमण हो सकता है। माना जा रहा है कि करॉना वायरस हवा, नमी और सांस के जरिए इंसान से इंसान में ट्रांसफर हो रहा है। इसके तेजी से फैलने की यह भी एक बड़ी वजह बताई जा रही है कि लोग अधपके और कच्चे मांस का सेवन भी करते हैं। जो इसके संचार का माध्यम हो सकता है। वहीं, सी-फूड दुनियाभर में पसंद किया जाता है, जो इस वायरस को फैलने और ग्रोथ करने में मदद कर रहा है।
किस फैमिली से आता है कोरोना वायरस?
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना वायरस SARS और MERS वायरस की फैमिली से आता है। संभावना जताई जा रही है कि यह इन्हीं वायरसों की तरह मानव जाति के लिए बड़े स्तर पर घातक और जानलेवा साबित हो सकता है। कोरोना वायरस अगर गाय, भैंस या सुअर जैसे जानवरों में हो तो उन्हें डायरिया से बीमार कर सकता है। जबकि मुर्गियों में कोरोना के कारण सांस से संबंधित बीमारी हो सकती है। यह बात आपको यहां इसलिए बताई जा रही है ताकि आप किसी भी बीमार जानवर का मीट खाने से बच सकें। इसी कारण हेल्थ एक्सपर्ट्स भी सी-फूड और सही तरीके से ना पकाया गया मीट खाने के लिए मना कर रहे हैं। ताकि इस वायरस को अधिक फैलने से रोका जा सके।
क्यों पड़ा इस वायरस का नाम कोरोना ?
कोई भी समझदार इंसान यह बात को जरूर जानना चाहेगा कि आखिर इस वायरस का नाम कोरोना क्यों पड़ा? दरअसल, जब सूर्य को ग्रहण लगता है यानी सूर्य ग्रहण के वक्त जब पृथ्वी सूर्य को पूरी तरह ढक देती है तो गोले के रूप में सूरज दिखना तो बंद हो जाता है लेकिन उसकी किरणों द्वारा हर तरफ फैल रही रोशनी दिखलाई पड़ती है। जो तेजी से कहीं ब्रह्मांड में विलुप्त होती हुई दिखती है। इसे इस तरह भी समझा जा सकता है कि यह सूरजमुखी के फूल की तरह की संचरना बन जाती है। जो बीच से काली होती है और इसके वृत्त के चारो तरफ नर्म किरणों का प्रकाश फैल रहा होता है, जैसे सूरजमुखी की पंखुड़ियां होती हैं। पृथ्वी की छाया के चारों तरफ फैल रही सूर्य की इस रोशनी को करॉना कहा जाता है। इसी कारण इस वायरस का नाम करॉना दिया गया क्योंकि इसकी बनावट कोरोना जैसी ही है। दरअसल, यह वायरस गोल है और इसकी सतह पर पृथ्वी के कोरोना
की तरह प्रोटीन की स्टेन्स यानी शाखाएं उगी हुई हैं। जो हर दिशा में फैलती हुई महसूस होती हैं।