प्रयागराज
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने उच्च शिक्षा में गोल्ड मेडल हासिल कर रहे बेटे और बेटियों को दहेज में गोल्ड देने या लेने का विरोध करना चाहिए। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्व विद्यालय के 14वें दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए प्रयागराज पहुंचीं राज्यपाल ने कहा कि समाज में ऐसी भी बेटियां हैं जिन्होंने दहेज का पुरजोर विरोध किया और दहेज मांगे जाने पर मंडप से उठकर शादी करने से ही इंकार कर दिया। ऐसी बेटियों को समाज में बढ़ावा मिलना चाहिए और विश्वविद्यालय स्तर पर उन्हें सम्मानित भी किया जाना चाहिए
अपने संबोधन के दौरान राज्यपाल ने बेटियों के लिए राज्य सरकार की ओर से शुरु की गई सुमंगला योजना की भी सराहना की। राज्यपाल ने इस मौके कहा कि विश्वविद्यालयों को उच्च शिक्षा के साथ ही प्राथमिक शिक्षा की भी चिंता करनी चाहिए। उन्होंने समारोह में मेधावी छात्र-छात्राओं को उपाधियां और मेडल प्रदान किए। इस मौके पर उन्होंने सर्व समावेशी सांस्कृतिक कुंभ- 2019 पुस्तक का विमोचन भी किया।
27 हजार स्टूडेंट्स को दी गई डिग्री
दीक्षांत समारोह में विभिन्न विद्या शाखाओं में सर्वाधिक अंक हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को 18 स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। दीक्षांत समारोह में सत्र दिसम्बर 2018 और जून 2019 की परीक्षा में पास हुए लगभग 27 हजार स्टूडेंट्स को उपाधियां दी गईं। इसमें 15,555 छात्र और 11,115 छात्राएं शामिल हैं। विश्वविद्यालय का कुलाधिपति स्वर्ण पदक नोएडा क्षेत्रीय केन्द्र के अन्तर्गत आने वाले अध्ययन केन्द्र राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नोएडा की छात्रा दीक्षा चुग को दिया गया।
दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक अध्यक्ष को मानद उपाधि
दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे पद्मश्री अशोक भगत ने दीक्षांत भाषण दिया। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। समारोह में देश के जाने-माने समाजसेवी और दिव्य प्रेम सेवा मिशन, हरिद्वार के संस्थापक अध्यक्ष आशीष गौतम को मानद उपाधि भी दी गई।