FASTag न होने के कारण सालाना 12 हजार करोड़ रुपये बर्बाद होते हैं


एक दिसंबर से सभी गाड़ियों के लिए फास्टैग  जरूरी कर दिया गया है। क्या आप जानते हैं कि टोल प्लाजा पर वेटिंग टाइम की वजह से हर साल करीब 12 हजार करोड़ रुपये का पेट्रोल और समय बर्बाद होता है? ऐसे में फास्टैग का इस्तेमाल कर हर साल 12 हजार करोड़ रुपये आसानी से बचाए जा सकते हैं। 1 दिसंबर के बाद फास्टैग वाली लेन से अगर बिना फास्टैग वाली गाड़ी गुजरती है तो उसे दोगुना टोल देना पड़ेगा। 1 दिसंबर तक NHAI की तरफ से इसे मुफ्त में बांटा जा रहा है।


NHAI के मुताबिक, अब तक 72 लाख फास्टैग बेचे जा चुके हैं। मंगलवार को सबसे ज्यादा 1,35,583 टैग की बिक्री हुई। यह एक दिन में बिक्री का सर्वाधिक उच्च स्तर है। फास्टैग को 21 नवंबर को मुफ्त किया गया था और 560 से ज्यादा टोल प्लाजा पर स्वीकार किया जा रहा है तथा इसे और बढ़ाया जा रहा है।